गीता सार
जो हुआ अच्हा हुआ ,
जो हो रहा है ,अच्हा ही हो रहा है ,
जो होगा, अच्हा ही होगा ,
तुम्हारा क्या गया जो तुम रोते हो ,
तुमने क्या पैदा किया था जो नष्ट हो गया ,
तुमने जो लिया यही से लिया ,
जो दिया यही पे दिया ,
जो आज तुम्हारा है ,कल किसी और का था ,
परसों किसी और का हो जाएगा ,
परिवर्तन ही संसार का नियम है !
जो हो रहा है ,अच्हा ही हो रहा है ,
जो होगा, अच्हा ही होगा ,
तुम्हारा क्या गया जो तुम रोते हो ,
तुमने क्या पैदा किया था जो नष्ट हो गया ,
तुमने जो लिया यही से लिया ,
जो दिया यही पे दिया ,
जो आज तुम्हारा है ,कल किसी और का था ,
परसों किसी और का हो जाएगा ,
परिवर्तन ही संसार का नियम है !
Comments
gr8 going friend.........